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ऑनलाइन फ्राड- पूर्व बीएमओ (डॉक्टर) से 7 लाख 35 हजार 891 रकम की ठगी ! पुलिस ने किया जुर्म दर्ज…

सायबर ठग अलग-अलग हथकंडे अपनाकर बड़ी आसानी से लोगो की जमा पूंजी खाते से उड़ा रहे है।लोरमी के  एक सीनियर चिकित्सक से मुंबई पुलिस बनकर ऑनलाइन फ्राड कर बड़ी रकम ऐंठने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।

हरिपथलोरमी– नगर सीनियर डॉक्टर एवं पूर्व बीएमओ   से 7 लाख 35 हजार 891 ₹ रकम की आन लाईन ठगी का शिकार हो गयये। अज्ञात ने मुंबई पुलिस बनकर डॉक्टर को दवा के सम्बंध में झांसा में लेकर बड़ी रकम पार कर दिए। पुलिस आज्ञात आरोपी  खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की विवेचना में जुट गयी है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 7 सितंबर थानां में रिपोर्ट दर्ज कराया कि  नगर के मुख्य मार्ग स्थित एसबीआई बैंक के पास रहने  वाले डॉ दीपक लाज पिता सीआर लाज ने रिपोर्ट दर्ज कराया की 06 सितंबर को अज्ञात आरोपी ने मुंबई पुलिस बनकर वाट्सअप कॉलिंग मोबाइल में किया कि प्रतिबंधित  दवा एवं आर्मी ड्रेस का पार्सल आपका पकड़ा गया है। ठग बड़े शातिर ढंग से अपने बातों फंसाकर  उक्त बड़ी रकम खाते में आरटीजीएस करा लिए।

गौरतलब है,कि आजकल आए दिन पढ़े लिखे लोग भी साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। बड़ी आसानी से लोग इनके झांसे में आकर अपनी जमा पूंजी को गवाँ बैठ रहे है। 

पुलिस ने बताया कि पिड़ित डॉ दीपक लाज  से 6 सितंबर शुक्रवार को अज्ञात आरोपी का वाट्सअप फोन आया कि पीड़ित का पार्सल मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया है,जिसमें आर्मी का ड्रेस एवं प्रतिबंधित दवा पार्सल में है। मुंबई पुलिस ने उक्त प्रकरण में एफआईआर कर लिया है। आपको सरकारी गवाह बनना है,तो आपका आधार कार्ड एड्रेस परिवार की सम्पूर्ण जानकारी क्या- क्या करते है। प्राथी ने आरोपी को  सरकारी गवाह बनने को लेकर दो खाते में की जानकारी भी लिया। दोनो एकाउंट  में रकम नही होने की जानकारी भी दिया गया।

सावधानी हटी-जमा पूंजी एफडी तोड़वा दी? -इधर आरोपी ने बुजुर्ग डॉक्टर से एक एफडी होने की राज भी उगलवा लिए। आरोपी ने गवाह बनने की दबाव डालकर एफडी को तोड़वाकर डॉक्टर ने अपने सामान्य बचत खाते में ट्रांसफर करवाकर। आरोपियों ने अपने  एकाउंट नम्बर पर आरटीजीएस करवा लिया। इस बात को प्राथी थाना पहुँचा तो पैर से जमीन खिसक गई। डॉक्टर समझ चुके थे,कि वह बड़ी ठगी का शिकार हो चुके है।

थाना प्रभारी अखिलेश वैष्णव ने बताया कि प्राथी की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा आई. टी. 66 (D) बीएनएस  318(4) के तहत जुर्म दर्ज कर मामले को विवेचना लिया है।

एसडीओपी माधुरी धिरही ने बताया कि डॉक्टर से मुंबई पुलिस बनकर आरोपी ने झांसे में लेकर घटना को अंजाम दिया है। पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की विवेचना में जुट गयी है।

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