एटीआर:सैलानी कोर एरिया में जंगल सफारी का नही उठा पाएंगे लुफ्त पाएंगे !

हरिपथ–लोरमी,एक दो दिन के अंदर अगर बारिश होती है ,तो अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर जोन का रास्ता सैलानियों के लिए 16 जून से चार माह तक बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान सैलानी एटीआर के कोर एरिया में जंगल सफारी का भी आनंद नहीं ले पाएंगे।

अचानकमार टाइगर रिजर्व प्रदेश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। लोरमी इलाके में स्थित इस टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ, हाथी, जंगली भालू, ब्लैक पैंथर सहित शाकाहारी व मांसाहारी प्रजातियों के वन्यप्राणी और पक्षी मौजूद हैं। एटीआर प्रबंधन ने यह निर्णय एनटीसीए की गाइडलाइन के अनुसार लिया है। इसके अनुसार अनकमार गेट अपन कमाईगर रिजर्व आपका हार्दिक स्वागत करल है



बफर एरिया में सफारी की सुविधा चलती रहेगी_अधिकारियों के अनुसार इन चार माह में जहां कोर एरिया में सफारी बंद रहेगी। वहीं जंगल के बफर एरिया में सफारी की सुविधा चलती रहेगी। यहां भ्रमण के लिए आने वाले सैलानी बफर एरिया में जंगल का दीदार कर सकेंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर यूआर गणेश ने बताया कि अभी तक के निर्णयानुसार 16 जून से एटीआर के कोर जोन के रास्ते को बंद किया जाना है, लेकिन बारिश नहीं होती और मौसम इसी तरह से साफ रहता है तो इस निर्णय को वापस लेते हुए कोर जोन को पूरे माह चलाने के उपरांत रास्ते को 1 जुलाई से बंद किया जाएगा।

बारिश का मौसम वन्यप्राणियों के लिए प्रजनन काल होता है। ऐसे में इस मौसम में हर साल टाइगर रिजर्व में सफारी और अन्य सारी सुविधाएं बंद कर दी जाती है। वर्तमान में टाइगर रिजर्व में सैलानियों को भ्रमण कराने के लिए 6-6 सीटर की सात और नौ सीटर की दो योद्धा वाहन व 22 सीटर की एक मिनी बस है। इसके पीछे मुख्य वजह है कि इंसानों की वजह से वन्यप्राणियों के प्रजनन काल में किसी तरह का खलल ना पड़े। प्रति वर्ष एक जुलाई से लेकर 31 अक्टूबर तक के लिए कोर और बफर जोन में सैलानियों को भ्रमण कराने वाली सफारी की सुविधा भी बंद की जाती है। चार माह के बाद एक नंबर से फिर से सैलानियों के लिए जंगल के गेट खोल दिए जाते हैं।