
हरिपथ–मुंगेली, 03 जून 2025// शिक्षा व्यवस्था को सशक्त और संतुलित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिले में प्रायमरी से लेकर हायर सेकेंडरी स्तर तक के कुल 272 अतिशेष शिक्षकों एवं व्याख्याताओं का युक्तियुक्तकरण सफलतापूर्वक संपन्न किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन हॉल में 02 एवं 03 जून को आयोजित काउंसलिंग प्रक्रिया में शिक्षकों एवं व्याख्याताओं को रिक्तियों की आवश्यकता और पारदर्शी प्रणाली के अनुसार नवीन कार्यस्थलों में पदस्थापित किया गया। काउंसलिंग के पहले दिन प्रायमरी स्कूल के अतिशेष 01 प्रधानपाठक सहित 163 शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया। वहीं आज काउंसलिंग के दूसरे दिन 03 जून को मिडिल, हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के 108 अतिशेष शिक्षकों एवं व्याख्याताओं का युक्तियुक्तकरण किया गया। यह प्रक्रिया शासन के निर्देशानुसार पारदर्शी, व्यवस्थित एवं संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ संपन्न हुई, जिसमें कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन और सतत निगरानी की विशेष भूमिका रही।
कलेक्टर ने स्वयं पूरे आयोजन की गंभीरता से मॉनिटरिंग की, शिक्षकों को आदेश पत्र प्रदान किए और उन्हें नए कार्यस्थलों पर ईमानदारी व निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया।


उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप संचालित की गई है, जिसका उद्देश्य जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में ठोस सुधार लाना है। काउंसलिंग के दूसरे दिन मिडिल, हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के 108 अतिशेष शिक्षकों एवं व्याख्याताओं का युक्तियुक्तकरण किया गया, जिनमें मिडिल स्कूल से अतिशेष 01 प्रधानपाठक और 65 शिक्षकों का काउंसलिंग के माध्यम से युक्तियुक्तकरण किया गया।
इसी तरह हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के 42 अतिशेष व्याख्याताओं का विभिन्न विषयों वाणिज्य, अर्थशास्त्र, रसायन, भौतिक शास्त्र, हिन्दी, इतिहास, अंग्रेजी और संस्कृत के आधार पर युक्तियुक्तकरण किया गया। इस प्रक्रिया से जुड़े शिक्षकों ने प्रशासन की निष्पक्षता, पारदर्शिता और संवेदनशीलता की प्रशंसा किये।

इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, अपर कलेक्टर मेनका प्रधान एवं जी. एल. यादव, एसडीएम मुंगेली पार्वती पटेल, एसडीएम पथरिया अजीत पुजारी, एसडीएम पथरिया अजय शतरंज, तीनों जनपद सीईओ सहित जिला शिक्षा अधिकारी सी. के. घृतलहरे, एडीपीओ अजयनाथ, मुंगेली बीईओ डॉ.प्रतिभा मण्डलोई, लोरमी बीईओ डी. एस. राजपूत एवं पथरिया बीईओ पी. एस. बेदी सहित अन्य अधिकारी, एमआईएस प्रशासक अशोक सोनी उपस्थित रहे।